जन्म |
2 मई, 1929, कलकत्ता
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अभिभावक |
स्वर्गीय श्री गंगेय नरोत्तम शास्त्री व स्वर्गीय श्रीमती रूपेश्वरी देवी
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शिक्षा |
एम.ए. एल.एल.बी. (सारस्वत क्षत्रिय विद्यालय, प्रेसीडेंसी कॉलेज, विद्यासागर कॉलेज कलकत्ता) प्रथम श्रेणी प्रथम – हिन्दी एम.ए.-1952) सम्मानित डी.लिट. मानद उपाधि बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय व छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर
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विवाह |
26 जनवरी, 1953 श्रीमती इंदिरा देवी (मृत्यु 1988) एक पुत्री – श्रीमती भारती शर्मा
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व्यवसाय |
1953 में कलकत्ता विश्व विद्यालय के हिन्दी विभाग में लेक्चरर नियुक्त हुए | 2 मई 1994 को कलकत्ता विश्व विद्यालय से प्रोफेसर के पद से सेवानिवृत्त हुए | 1944 से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहे | अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (कलकत्ता शाखा), श्री बड़ा बाज़ार कुमार सभा पुस्तकालय, अनामिका (कलकत्ता का एक अग्रणी सांस्कृतिक संस्थान) व भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे | बंगिया-हिन्दी परिषद के अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्मारक समिति के महा सचिव, भारतीय भाषा परिषद के सचिव तथा भारत भवन, भोपाल के ट्रस्टी, कलकत्ता विश्व विद्यालय सीनेट के सदस्य , भारतीय हिन्दी परिषद की कार्यकारी समिति, बोर्ड ऑफ स्टडीज़, हिन्दी विभाग इलाहाबाद विश्वविद्यालय व बंगला देश सहायक समिति, हिन्दी परामर्शदायी समिति के सदस्य, 1977-1979 तक गृह मंत्रालय व सूचना तथा प्रसारण मंत्रालय की समितियों के सदस्य, इन्हीं मंत्रालयों की समिति तथा परामर्शदायी समितियों के सदस्य (1992-1998 तक) तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय व आधिकारिक भाषा संसदीय समिति (1994-98) के सदस्य रहे |
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प्रकाशन |
"कवि निराला की काव्य वेदना तथा अन्य निबंध" "कुछ चन्दन की कुछ कपूर की" "चिंतन मुद्रा" "अनुचिंतन" (साहित्यिक आलोचना) "तुलसी के हिये हेरि " (तुलसीदास पर निबंध) "बांग्लादेश के संदर्भ में" (रिपोर्ताज) "स्मरण को पाथेय बनहे दो" "सुधियां उस चन्दन के वन की" ( यात्रा वृतांत व पुनर्जीवन) "भक्ति और शरणागति" "ज्ञान और कर्म" (विचार – दर्शन) "अनंत पथ के पथिक – धर्मवीर भारती" "जीवन पथ पर चलते चलते" (काव्य)
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अनुवाद |
"उपमा कालीदासस्य" (बांग्ला से हिन्दी ) "संकल्प-संत्रास-संकल्प" (बांग्लादेश की उग्र कविताओं का काव्यात्मक अनुवाद) "महात्मा गांधी का समाज दर्शन" (अँग्रेजी से हिन्दी)
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सम्पादन |
"दर्शक और आज का हिन्दी रंगमंच" , "बालमुकुंद गुप्त – एक मूल्यांकन" , "बांग्लादेश – संस्कृति और साहित्य" , "तुलसीदास : आज के संदर्भ में", "कलकत्ता – 1933", "अमर आग है ( श्री अटल विहारी वाजपेयी की चयनित कविताओं का संकलन) "मासिक पत्रिका रास वृन्दावन का मुख्य संपादक " (1979-84)
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साहित्यिक |
भक्ति साहित्य पर नियंत्रण , विश्वविद्यालयों एवं देश की सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा आयोजित साक्षरता पर भाषण शृंखला में प्रतिभाग
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राजनैतिक |
जनता पार्टी के टिकट पर 1977 में पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए चयनित (1977-82) , नवगठित भारतीय जनता पार्टी में 1980 में सम्मिलित हुए , पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष ( 1982-86 तथा 1996-98) , भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (1988-1993) राज्य सभा सदस्य (1992-98), भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य ( 1980-99)
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विदेश यात्राएं |
सूरीनाम, गुयाना , त्रिनिडाड , अमेरिका, ब्रिटेन, फ़्रांस, पश्चिम जर्मनी , इटली, बांग्ला देश, कनाडा, रूस, सिंगापुर , मलेशिया व थाईलैंड |
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पुरस्कार/सम्मान |
1972-73 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उनकी पुस्तक "कुछ चन्दन की कुछ कपूर की" पर आचार्य रामचन्द्र शुक्ल पुरस्कार, 1974-75 में उत्तर प्रदेश का राज्य साहित्यिक पुरस्कार उनकी पुस्तक "बांग्लादेश के संदर्भ में " पर , 1978-79 में उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा विशेष सम्मान "स्मरण को पाथेय बनाहे दो" के लिए , 1979 में रामायण महोत्सव प्रतिष्ठान चित्रकूट, उत्तर प्रदेश द्वारा विशेष सम्मान उनके द्वारा तुलसीदास पर लिखे साहित्य पर, साहित्य भूषण सम्मान, डा॰ राम मनोहर लोहिया सम्मान, राजर्षि टंडन हिन्दी सेवी सम्मान, 1979 में राम कृष्ण मिशन संस्कृति संस्थान में व्याख्याता की हैसियत से "राम चरित मानस में ज्ञान और कर्म" पर विशेष भाषण |
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विशेष रूचि |
कविताएं पढ़ना, यात्राएं, शिक्षा में अध्ययन , साहित्य व दर्शन
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अन्य |
बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल में घुसपैठियों के आने से होने वाली समस्याओं को उजागर करने में सार्थक योगदान
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स्थायी पता |
280 – चितरंजन एवेन्यू , कोलकाता – 700006 , पश्चिम बंगाल
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