श्री चंदेश्वर प्रसाद नारायण सिंह
श्री चंदेश्वर प्रसाद नारायण सिंह
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल दिनाँक 28-02-1980से:31-03-1985 तक
जन्म |
इनका जन्म 18 अप्रैल 1901 को बिहार में पारसगढ़ नामक स्थान पर हुआ था |
शैक्षिक योग्यता |
उन्होनें कलकत्ता विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में एम.ए. की परीक्षा उत्तीर्ण की | उन्होंने 1925 में मल्लिक स्वर्ण पदक भी जीता | |
अनुभव |
बिहार आने के पश्चात 1927 में उन्हें तत्कालीन विधान परिषद का सदस्य चुना गया | वह मुजफ्फरपुर ज़िला बोर्ड के अध्यक्ष भी चुने गए जहां उन्होंने 1934 में बिहार में आए विनाशकारी भूकंप पीड़ितों की सहायता हेतु अपने अभूतपूर्व सांगठनिक कौशल का परिचय दिया| इससे देश के विभिन्न संगठनों, तत्कालीन कांग्रेस सहित, में उनकी विशेष ख्याति हुई | 1945 में वे यूनाइटेड पटना यूनिवर्सिटी के उप कुलपति नियुक्त किए गए| स्वतन्त्रता के पश्चात, तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें नेपाल में देश का राजदूत नियुक्त करने हेतु आमंत्रित किया| उनके कार्यकाल में नेपाल नरेश ने 1950 में भारतीय दूतावास में शरण ली | अपना कार्यकाल वहाँ पूरा करने के बाद उन्हें 1953 में अविभाजित पंजाब का राज्यपाल नियुक्त किया गया| उनके तत्त्वावधान में चंडीगढ़ शहर व भाखड़ा-नंगल का निर्माण हुआ| इसके बाद, 1958 में वह जापान में भारत के राजदूत बनाए गए | जहां उन्हें सिग्नल व प्रतिष्ठित ओहटानी यूनिवर्सिटी से डाक्टरेट की मानद उपाधि का विशिष्ट सम्मान प्राप्त हुआ | अपने खराब स्वास्थ्य के कारण वे उस पद पर नहीं बने रह सके और वापस भारत आने के लिए विवश हुए| तत्पश्चात वे भारतीय रिज़र्व बैंक, आई.डी.बी.आई. के निदेशक बनाए गए व विभिन्न कंपनियों के अध्यक्ष रहे |
एक विशिष्ट शिक्षाविद, कुशल प्रशासक तथा भारतीय संस्कृति के विकास में एक प्रेरणादायी नेतृत्त्व देने वाले श्री सी.पी.एन. सिंह को देश के लिए उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए 1977 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया | |