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राज्यपाल सचिवालय, राजभवन लखनऊ उत्तर प्रदेश, भारत की आधिकारिक वेबसाइट। / श्री सूरज भान

 

श्री सूरज भान

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  • श्री सूरज भान

    श्री सूरज भान

    उत्तर प्रदेश के राज्यपाल दिनाँक 20-04-1998से:23-11-2000तक
    जन्म

    इनका जन्म महलांवली, जिला अम्बाला में 1 अक्टूबर, 1928 को हुआ।

    परिवार

    इनका विवाह श्रीमती चमेली देवी से हुआ तथा इनके 3 पुत्र एवं चार पुत्री थीं।

    शैक्षिक योग्यता

    इन्होंने अपनी शिक्षा अम्बाला में प्राप्त की और पंजाब व कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय से एम0ए0,एल0एल0बी पास किया ।

    व्यवसाय 

    अधिवक्ता व कृषक

    सामाजिक व अन्य गतिविधियां

    1947 से 1949 तक पंजाब अनुसूचित जाति छात्र महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष रहे
    1950- पंजाब अनुसूचित जाति कल्याण संघ की स्थापना की व 1966 तक उसके अध्यक्ष रहे
    1967 – भारतीय जनसंघ से सक्रिय जुड़ाव रहा
    1970 से 1973 – अखिल भारतीय जनसंघ कार्यकारिणी समिति के सदस्य रहे
    1973 से 1987 – हरियाणा राज्य जनसंघ के सचिव रहे, इस दौरान वह अखिल भारतीय जनसंघ के प्रभारी भी रहे |
    1952 से 1967 – डाक व तार ट्रेड यूनियन से विभिन्न पदों द्वारा जुड़े रहे | हरियाणा हरिजन संघर्ष समिति के संगठन सचिव के तौर पर सेवाएँ दीं |
    1978 से भारतीय डिप्रेस्ड लीग के महासचिव रहे |
    भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के राज्य अध्यक्ष के तौर पर सेवाएँ दीं | 
    अनुसूचित जाति – अनुसूचित जन जाति मोर्चा के अखिल भारतीय महासचिव व उपाध्यक्ष के तौर पर अपनी सेवाएँ दीं |

    ग्रहित पद

    1967 से 1970 – चौथी लोक सभा के लिए अंबाला संसदीय क्षेत्र, हरियाणा से निर्वाचित हुए |
    1968 से 1979 – सदस्य, अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति कल्याण समिति, तथा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति हेतु संसदीय फ़ोरम के महासचिव
    1968 – अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति एम.पी. के संसदीय फ़ोरम की स्थापना की जो आज तक कार्यरत है तथा अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति हेतु सराहनीय कार्य कर रहा है।
    1977 से 1979 -  छठी लोकसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए |
    1977 से आगे – पैटीशन कमेटी के अध्यक्ष के रूप में सेवाएं दीं |
    1977 से 1979 – अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति कल्याण समिति के अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दीं |
    1978 से 1979 – अनुसूचित जातियों-अनुसूचित जनजातियों की सूची के पुनरीक्षण हेतु बनी संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दीं |  
    1987 से 1991 – हरियाणा राज्य विधान परिषद हेतु निर्वाचित हुए |
    1987 से 1989 – हरियाणा सरकार में राजस्व मंत्री के रूप में सेवाएं दीं |
    1989 से 1990 – हरियाणा विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर अपनी सेवाएं दीं |
    1996 से 1997 – भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में अंबाला लोकसभा चुनाव क्षेत्र से ग्यारहवीं लोकसभा के लिए पुन: र्निर्वाचित हुए |    
    1996 – केन्द्रीय कृषि मंत्री के रूप में सेवाएं दीं |
    12/7/1996 से 4/12/1997 -  सर्वसम्मति से लोकसभा के अध्यक्ष चुने गए।

    विशेष कार्य

    जातिवाद के विरुद्ध निरंतर संघर्ष किया व अनुसूचित जातियों- अनुसूचित जनजातियों, मज़दूरों व किसानों के उत्थान और कल्याण के लिए कार्य किया |

    प्रकाशन

    एक अँग्रेजी पाक्षिक "अपराइट" का 1969 से 1970 तक सम्पादन किया |

    विशेष रुचि

    समय व्यतीत करने व मनोरंजन का प्रिय तरीका – अध्ययन एवं बागवानी
    खेल – हॉकी एवं वाली बाल

    विदेश भ्रमण

    मिस्र, सूडान, अल्जीरिया, ताइवान, पश्चिम जर्मनी, ओमान, पोलैंड, चेकोस्लोवाकिया, घाना, कनाडा, यू.एस.ए., जापान, दुबई, बेल्जियम, मारीशस और बहुत से अफ़्रीकी देश