अनुभव |
उन्होनें अनेक वर्षो तक पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करते हुए कई समाचार पत्रों का प्रतिनिधित्व किया। श्री वोरा 1968 में राजनीतिक क्षितिज पर उभर कर आये। उन्होनें 1972 में मध्य प्रदेश विधान सभा से चुनाव जीता और मध्य प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के उपाध्यक्ष नियुक्त हुए। इसके बाद 1977 और 1980 में पुनः मध्य प्रदेश विधान सभा में चुने गये। सन् 1980 में अर्जुन सिंह मंत्रिमण्डल में उन्हें उच्च शिक्षा विभाग का दायित्व सौंपा गया। श्री वोरा 1983 में केबिनेट मंत्री हुए। इसके बाद वे मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नियुक्त हुए। 13 मार्च, 1985 में श्री मोतीलाल वोरा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। 13 फरवरी, 1988 में श्री वोरा ने मुख्यमंत्री पद से त्याग पत्र देकर 14 फरवरी, 1988 में केन्द्र में स्वास्थ्य परिवार कल्याण और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार ग्रहण किया। अप्रैल 1988 में वे मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिये चुने गये। श्री मोतीलाल वोरा ने 26 मई, 1993 से 3 मई, 1996 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के पद पर आसीन रहे। |